सबसे अच्छा वशीकरण मंत्र और टोटका
सबसे अच्छा वशीकरण मंत्र और टोटका, मंत्र जाप, तांत्रिक साधानाएं, जादू-टोने से लेकर टोटके और वैदिक पूजा-पाठ के अनुष्ठानों से वशीकरण के कई तरीके बताए गए हैं। इनमें कुछ का असर न केवल अचूक होता है, बल्कि काफी तेजी से भी प्रभाव दिखाता है।
यह वशीकरण प्रयोग की मंशा और जरूरत पर निर्भर करता है। यदि वशीकरण का प्रयोग निःस्वार्थ भाव से अच्छे कार्य के लिए किया जाए, यानी इसका दुरूपयोग नहीं हो, तब वही काफी अच्छा होता है। वशीकरण पूजा-पाठ की सामग्रियांे के अतिरिक्त विभिन्न घरेलू वस्तुओं, खाने-पीने की चीजों, कापड़े आदि से किया जाता है।
सामान्यतः वशीकरण का प्रयोग प्रेम में असफलता, पति-पत्नी के बीच रिश्तों में खटास, पति के किसी दूसरी औरत के साथ अनैतिक संबंध या फिर पत्नी के किसी गैर पुरुष के साथ रिश्ता आदि समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है। इस तरह के अच्छे वशीकरण के मंत्र और टोटके इस प्रकार हैंः-
लौंग से वशीकरण
मसालों में लौंग एक ऐसी वस्तु है, जिसकी तीखी गंध और स्वाद का असर वशीकरण में बहुत तेजी से होता है। लौंग से वशीकरण तांत्रिक क्रियाओं में काफी प्रमुखता के साथ होता है। इसका प्रयोग शुक्रवार के दिन सबसे अच्छा बताया गया है, जो स्त्री या पुरुष दोनों कर सकते हैं।
प्रयोग के लिए तीन लौंग, रूई की बाती, एक कटोरी घी, दीपक, माचिस, एक डिब्बी सिंदूर और एक गिलास पानी लें। प्रातः तीन बजे स्नानादि कर सभी सामग्रियों के साथ पूरब की ओर मुख कर आसन लगाएं। तीनों लौंग को सिंदूर की डिब्बी में रख दें। उसके पास घी का दीपक जलाएं।
नीचे दिए गए मंत्र को पांच बार जाप कर लौंग को डिब्बी से निकालकर पानी के गिलास में डाल दें। उसके बाद उसी मंत्र का जाप करते हुए जाप करें। यह प्रक्रिया अगले शुक्रवार तक जारी रखें।
इस दौरान कुल 1100 बात मंत्र जाप करना होगा। इस तरह से उन दिनों में प्रयोग किए गए सभी 24 लौंग के साथ वशीकरण प्रयोग किया जा सकता है। जिस किसी को वश में करना चाहते हैं उसके सामने अभिमंत्रित एक-दो लौंग के रखने या फिर खिलाने से वह वशीभूत हो जाएगा। जाप मंत्र है-
ऊँ ततृ भार्वय् नम, या रुद्र या मोहिनी कर, मैं अमन सिद्ध नमो स्वाहा! यहां पर अमन के जगह पर वशीकरण किए जाने वाले व्यक्ति का नाम उच्चारित करें।
सर्व वशीकरण मंत्र से एकाग्रता
यह आवश्यक नहीं है कि वशीकरण केवल किसी व्यक्ति के विरूद्ध ही किया जाए, बल्कि अपनी बिगड़ी हुई आदत को सुधारने, कार्य के प्रति मन को एकाग्र और यश प्राप्ति के लिए भी किया जा सकता है। इसके लिए एक सर्व वशीकरण मंत्र बहुत ही अचूक असर देता है। एक भोजपत्र के ऊपर कुमकुम, केसर और चंदन के स्याहीनुमा लेप से एक गुड़िया का चित्र बनाएं।
उसे शुभ दिन, नक्षत्र और तिथि पर विधि-विधान के साथ वैदिक पूजा करें। इस दौरान एकाग्रता पाने और यश प्राप्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें। अपनी बुरी आदतों को हवन की आहूति के साथ भष्म हो जाने का संकल्प लें। कत्थे की लकड़ी से हवन करते हुए नीचे दिए गये मंत्र का 108 बार जाप करें। हवन सामग्री कनेर के फूल, गूगल और घी से बनाएं।
इस प्रयोग से स्त्री या पुरुष, किसी का भी वशीकरण किया जा सकता है। इससे किसी खास व्यक्ति का वशीकरण ही नहीं, बल्कि उसके आचरण में भी जबरदस्त सुधार होता है। मंत्र में अमुक के स्थान वशीभूत किए जाने वाले व्यक्ति का नाम लें। खुद को नियंत्रित करने या कहें अपनी एकाग्रता बढ़ाने के लिए अपने नाम का उच्चारण करें।
इसके पूर्ण होने पर न केवल व्यवहार में असाधारण परिवर्तन देखने को मिलेगा, बल्कि आपका दूसरे के प्रति आचार-व्यवहार बदलेगा, वाणी मंे मधुरता आएगी, प्रेमपूर्ण मेलजाल की भावना प्रबल होगी और आप वैचारिक शुद्धता से ओतप्रोत हो जाएंगे। मंत्र इस प्रकार हैः-
ऊँ ह्रीं क्लीं अमुकं आकर्षण मम् वश्यं कुरु स्वाहाः!!
शत्रु का वशीकरण
वशीकरण से किसी शत्रु के आतंक को शांत किया जा सकता है, तो आजमाए हुए टोटके से शत्रु को वशीभूत करने के लिए काफी हैं। इसके लिए शनिवार के दिन पुष्य नक्षत्र में भोजपत्र पर लाल चंदन से शत्रु का नाम लिखकर उसे शहद की छोटी शीशी में डूबा दें। भोजपत्र जबतक शहद में डूबा रहेगा तबतक शत्रु आपके वश में रहेगा और कोई अहित नहीं करेगा।
एक अन्य टोटका सहदेवी के रस का प्रयोग है। इसे लोहे की एक कटोरी में रखें और उसे अच्छी तरह से घांेटकर तिलक लगाएं। तिलक पर ज्योंही शत्रु की नजर जाएगी वह आपके वश में आकर आत्मसमर्पण कर देगा। यह प्रयोग वैसे शत्रु के लिए है, जो आस्तीन में सांप की तरह होते हैं।
स्त्री का वशीकरण
पुरुष द्वारा वशीकरण का सबसे अधिक प्रयोग स्त्री को सम्मोहित करने के लिए किया जाता है। उसकी चाहत होती है कि पत्नी हो या फिर प्रेमिका वह किसी गैर पुरुष के साथ मेलजोल नहीं बढ़ाए। हमेशा उसका सम्मोहन बना रहे और उसकी हर आज्ञा का सहर्ष पालन करे।
इसके लिए कनेर के फूल और गाय का घी मिलाकर हवन सामग्री बनाएं। वशीकरण किए जाने वाली स्त्री का नाम उच्चारण के साथ हवन में 108 बार आहूति दें। हवन शुक्रवार या शनिवार को प्रातः सूर्योदय से पहले किया जाना चाहिए। इसके पूर्ण होने के सात दिनों के भीतर वह स्त्री वश में आ जाएगी।
इस साधना के अतिरिक्त यदि पुष्य नक्षत्र में किसी धाबी के पैर की धूल जिस किसी स्त्री के सिर पर डाल दिया जाए तो वह उसी समय वशीभूत हो जाएगी। परंतु हां, इसके पीछ की नीयत साफ होनी चाहिए।
पति और परस्त्री
अधिकतर स्त्री को अपने पति को एक आशंका से घिरी रहती है कि उसका पति किसी पराई औरत के माहजाल में नहीं फंस गया है। यदि कोई पुरुष परस्त्री के साथ अनैतिक संबंध बना ले और पत्नी की भावनाओं का कद्र नहीं करे तो उस स्त्री द्वारा गुरुवार या शुक्रवार को वशीकरण के टोटके का प्रयोग किया जाना चाहिए।
आधी रात को ठीक बारह बजे अपने पति के सिर की चोटी के कुछ बाल काट लें। उसे छिपा दें और पति के साथ प्रेमपूर्वक बातें करें। जब आपको एहसास हो जाए कि पति का संबंध पर स्त्री से टूट गया है तो छिपाकर रखे बाल को जलाकर बाहर फेंक दें।